मुंगेली जिले के प्रथम आदर्श गौठान का लोकार्पण
चैपाल लगाकर ग्रामीणों की सुनी समस्यायें
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी सोचता है कि घर से बछिया होता, राऊत आता और सोहई बांधता। उन्हांेने कहा कि गांव में गरूवा को ढ़ील दिया जाता है, रात्रि में भी बैठे रहते हैं। एक फसल लेना भी मुश्किल होता है। गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि गौठान को घेरने से पैसे की बचत होती है। गायों के गोबर से कम्पोस्ट एवं वर्मी खाद बना सकते हंै। गौ मूत्र का उपयोग अनेक दवाईयों के उत्पादन के लिए किया जा रहा है। रासायनिक खादों के अधिक उपयोग होने से कैंसर जैसे खतरनाक रोग बढ़ रहे हंै। रासायनिक खाद यूरिया, पोटाश डालने से पैरा को जानवर तक नहीं खाते है। उन्होने ग्रामीणों को समझाईश देते हुए कहा कि घर के बचत पैरा को गौठान में लाकर रखें।
इस अवसर पर तखतपुर क्षेत्र के विधायक श्रीमती रश्मि सिंह, जिला पंचायत मुंगेली की अध्यक्ष श्रीमती कृष्णा बघेल, मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल, बिलासपुर संभाग के कमिश्नर श्री टीसी महावर, सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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