रविवार, 26 दिसंबर 2021

ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्रों के क्षेत्रीय निर्देशक ओमप्रकाश भाई के छठवी पुण्यतिथि पर उन्हें दी गई श्रद्धाजंलि….

 

दक्षिणापथ, दुर्ग । ब्रह्माकुमारी दुर्ग के बघेरा स्थित “आनंद सरोवर” के विशाल सभागार में छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश स्थित ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्रों के क्षेत्रीय निर्देशक ओमप्रकाश भाई जिन्हें संस्था में “भाई ” के नाम से संबोधन करते थे जिनका छठवीं श्रद्धांजलि व पुण्यतिथि का आयोजन किया गया। ब्रह्माकुमारी दुर्ग की संचालिका ब्रम्हाकुमारी रीटा बहन ने सर्वप्रथम भाई जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनके संग के संस्मरण को उपस्थित सभाजनों को सुनाया।उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उड़ीसा व राजस्थान के विभिन्न शहरों में ब्रह्माकुमारी संस्था के सेवाकेंद्रों व वहां प्रतिदिन ज्ञान व योग के द्वारा अपने जीवन में सुख शांति निश्चिंता का अनुभव करने वाले हजारों भाई बहनें व परमपिता परमात्मा शिव द्वारा प्राप्त ज्ञान को सभी को प्रदान करने वाली ब्रह्माकुमारी संस्था में अपना संपूर्ण जीवन ईश्वरी कार्य में समर्पित करने वाली लगभग 1300 बहनों का विशाल संगठन जो छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश उड़ीसा व राजस्थान में 650 से अधिक ईश्वरी सेवाकेंद्रों को उत्तरोत्तर प्रगति की ओर ले जा रही है इन सब का श्रेय ओमप्रकाश भाई को जाता है। उन्होंने बताया भ्राता ओम प्रकाश इतनी आध्यात्मिक ऊर्जा से संपन्न थे जो भी उन के सानिध्य में आता उनमें अद्भुत आध्यात्मिक उर्जा का संचार हो जाता था। भाई जी के मार्गदर्शन में इंदौर के पलासिया में स्थित दिव्यजीवन कन्या छात्रावास खोला गया जिसमें कक्षा 6 से ग्रेजुएशन तक बहनें स्कूली शिक्षा के साथ आध्यात्मिक शिक्षा ग्रहण करते हैं। इस छात्रावास से शिक्षा ली हुई अनेक बहनें देश-विदेश में अनेकों मनुष्य आत्माओं के जीवन में आध्यात्मिकता की अलख जगा रही है। संपूर्ण भारत में पहला रिट्रीट सेंटर शांति सरोवर रायपुर का श्रेय भी भाई जी को है। छत्तीसगढ़ के अनेक राजनेताओं से इनका मधुर स्नेह था जिसके फलस्वरूप मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष, मंत्री विधायक व अनेक अधिकारी लगभग 100 से अधिक संख्या में माउंट आबू जा कर आध्यात्मिकता का लाभ लिए। दुर्ग में ब्रह्माकुमारीज के सेवाओं का विस्तार का श्रेय भी ओम प्रकाश भाई जी को जाता है जिनके कुशल मार्गदर्शन में बघेरा में “आनंद सरोवर” का निर्माण हुआ। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों में प्रहलाद रुँगटा ( अध्यक्ष चेंबर ऑफ कॉमर्स ) ने बताया कि 2012 में ब्रह्माकुमारी शिवानी बहन के कार्यक्रम में मुझे ओमप्रकाश भाई जी से मिलने का सौभाग्य मिला जिसके बाद से मुझे महसूस हुआ मेरे आध्यात्मिक, सामाजिक व आर्थिक उन्नति में निरंतर प्रगति हुई । मध्यानी ग्रुप के भ्राता खेमराज मध्यानी ने बताया मैं ओमप्रकाश भाई जी से चार – पांच बार मिला था उनकी ओजस्वी वाणी व तेजस्वी जीवन निर्बल में बल भर देता था उनसे मुझे अच्छे कर्म करने की प्रेरणा मिली । इस कार्यक्रम में शहर के अनेक गणमान्य लोग ओमप्रकाश भाई जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किए जिनमें नेतराम अग्रवाल गायत्री पैलेस, डॉक्टर राजपाल जी, भ्राता अशोक राठी , भ्राता पवन बड़जात्या , भ्राता गुलाब गुलाब पटेल , भ्राता महावीर अग्रवाल , भ्राता नवीन अग्रवाल , भ्राता शंकर अग्रवाल , बहन मानसी गुलाटी इत्यादि उपस्थित थे। ब्रह्माकुमारी रेणुका ने भाई जी के जीवन चरित्र पर सुंदर गीत प्रस्तुत किया व मंच संचालन ब्रम्हाकुमारी रुपाली बहन ने किया ।



दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र में मुआवजा और क्षतिपूर्ति की राशि दिये बिना और नियम कानून का पालन किये बिना ग्रामीणों के घर तोड़े जा रहे हैं, गृहमंत्री जनता के कानूनी अधिकारों की रक्षा करने में विफल …

 

– पट्टा और आबंटित भूमि को भी अतिक्रमण बताया जा रहा है

दक्षिणापथ, दुर्ग । स्टेट रोड डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा दुर्ग ब्लाक के उतई से खोपली होते हुए मचांदुर तक सड़क का निर्माण चौड़ीकरण किया जा रहा है। लोकनिर्माण विभाग द्वारा नगर पंचायत उतई द्वारा आबंटित भूमि को और जिस भूमि के लिये पंचायत संपत्तिकर की वसूली करती रही है उसे अतिक्रमण की भूमि बताकर बेजा कब्जा हटाने की नोटिस दी गई है। इसी प्रकार खोपली के प्रचलित आबादी के पट्टे की भूमि को भी सरकारी भूमि में अतिक्रमण बताकर बेजा कब्जा हटाने की नोटिस दी गई है। शासन प्रशासन के दबाव में अनेक प्रभावित ग्रामीणों ने अपने निर्माण स्वयं ही तोड़ने लगे हैं। सड़क निर्माण से प्रभावितों ने क्षेत्रीय विधायक और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से भेंटकर मुआवजा और क्षतिपूर्ति की राशि दिलाने की गोहार लगाया किंतु मंत्री ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया।

उतई मचांदुर सड़क निर्माण से प्रभावित ग्रामीणों की बैठक आज खोपली गांव में रखी गई बैठक में छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष एड. राजकुमार गुप्त, मंच के दुर्ग ग्रामीण प्रभारी ढालेश साहू और किसान नेता उत्तम चंद्राकर मार्गदर्शन करने के लिये उपस्थित थे, उन्होंने प्रभावित ग्रामीणों को बताया कि मुख्यमंत्री के पाटन क्षेत्र में सेलूद से रानीतराई सड़क निर्माण में प्रचलित आबादी के पट्टाधारी को भूमि का चार गुना मुआवजा और निर्मित ढांचे के लिये क्षतिपूर्ति की राशि प्रदान की गई है, प्रचलित आबादी क्षेत्र के अंदर कई सालों से कब्जाधारी जिन्हे पट्टा नहीं मिल पाया था को भी ढांचे के लिये क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान किया गया है। एक ही जिले के अलग अलग ब्लाकों में अलग अलग नियम कानून नहीं हो सकता।

मंच के अध्यक्ष राजकुमार गुप्त ने क्षेत्रीय विधायक और मंत्री ताम्रध्वज को निशाने में लेते हुए कहा कि वह अपने क्षेत्र की जनता के कानूनी हितों की रक्षा करने संबंधी अपने दायित्व का निर्वाह करने में विफल रहे हैं। मंच के अध्यक्ष ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा है कि नियम कानूनों का उल्लंघन करके वैध कब्जों से ग्रामीणों को बलपूर्वक बेदखल करने में अधिकारियों और ठेकेदार को मंत्री का वरदहस्त प्राप्त है।

मंच ने सड़क निर्माण से प्रभावित होने वाले ग्रामीणों को भरोसा दिया है कि नियम और कानूनों का पालन किये बिना किसी के भी वैध कब्जे से बेदखल नहीं करने दिया गया।

बैठक में गोपेंद्र, ईश्वर साहू, देवकरण, विश्वनाथ, पूनाराम, दीनबंधु, चंद्रकांत, पीलालाल, चेतनलाल, अशोक कुमार, रामकुमार, सोहनलाल, भगवती प्रसाद, चेलेश्वर, जितेंद्र साहू, फत्तेलाल वर्मा, उमाकांत, डालेश्वर, परसराम, रामचंद्र, के अलावा कांग्रेस के सतीश पारख और भाजपा के माधोप्रसाद साहू भी शामिल थे ।



नयनतारा ने अपना स्किन केयर ब्रांड द लिप बाम कंपनी किया लॉन्च

दक्षिणापथ। दक्षिण भारतीय सिनेमा की मशहूर अदाकारा नयनतारा को भला कौन नहीं जानता। उन्होंने अपनी शख्सियत से पूरे देश में एक अलग पहचान बनाई है। अभी उनके खाते में कई फिल्मों की लाइन लगी हुई है। लगता है जैसे कि एक्टिंग के अलावा उन्होंने बिजनेस में भी कुछ करने की ठान ली है। हाल में उन्होंने अपना प्रोडक्शन कंपनी लॉन्च किया था। अब उन्होंने अपना खुद का एक स्किन केयर ब्रांड द लिप बाम कंपनी लॉन्च किया है।
नयनतारा ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर द लिप बाम कंपनी के बारे में जानकारी दी है। अपने इस नए कंपनी के लिए उन्होंने त्वचा विशेषज्ञ डॉक्टर रेनिता राजन के साथ हाथ मिलाया है। डॉक्टर रेनिता के साथ अपनी एक तस्वीर साझा करते हुए नयनतारा ने प्रशंसकों के साथ खुशी बांटी है। रिपोर्ट की मानें तो यह दुनिया का सबसे बड़ा लिप बाम ब्रांड है। उनके इस ब्रांड में 100 प्रकार का वेरिएंट शामिल होगा।
नयनतारा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, सभी अच्छी चीजों में समय लगता है। डॉक्टर रेनिता और मैं आपके लिए द लिप बाम कंपनी को पेश करती हूं। यह ब्रांड 100 से अधिक लिप बाम का कलेक्शन होगा।
साथ ही उन्होंने अपने इस नए ब्रांड की कई खासियत और अच्छी चीजें बताई हैं।
यह पहली बार नहीं है जब नयनतारा ने अपने बिजनेस से जुड़े प्रोजेक्ट में निवेश किया है। वह अपने मंगेतर विग्नेश शिवन के साथ मिलकर राउडी पिक्चर्स प्रोडक्शन हाउस भी चला रही हैं। इस बैनर तले फिल्म कूझंगल का भी निर्माण किया गया है। दोनों ने साथ मिलकर चेन्नई स्थित चाय वाले बेवरेज ब्रांड में भी निवेश किया है। इस अभिनेत्री ने चेन्नई स्थित रेस्तरां स्टार्ट-अप में भी पैसे लगाए हैं।
मालूम हो कि नयनतारा ने कैटरीना कैफ के के ब्यूटी ब्रांड को भी प्रमोट किया था। वह इस ब्रांड के प्रमोशन में व्यस्त नजर आई थीं। कैटरीना ने भी नयनतारा की तरह इंस्टाग्राम पर अपने ब्रांड को लॉन्च किया था।
नयनतारा हाल में फिल्म अन्नाथे में नजर आई हैं। इसमें उनके साथ साउथ सुपरस्टार रजनीकांत भी दिखे हैं। वह साउथ निर्देशक एटली की अगली फिल्म में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगी। ऐसी चर्चा है कि इस फिल्म में वह शाहरुख खान के अपोजिट दिखेंगी। वह चिरंजीवी अभिनीत फिल्म गॉडफादर में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा सकती हैं।



छत्तीसगढ़ का मसीही समाज :  मानव सेवा की सौ साल पुरानी परम्परा 

दक्षिणापथ, रायपुर । भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है और इस रंग बिरंगी विविधता में एकता हमारे भारतीय समाज की सबसे बड़ी ख़ासियत । यहाँ सभी धर्मों और संस्कृतियों के लोग मिलजुलकर रहते हैं। देश के अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ भी सामाजिक समरसता और सर्वधर्म सम- भाव का प्रमुख केन्द्र है।  यहाँ सैकड़ों हजारों वर्षों से हर धर्म ,हर पंथ और हर समाज के लोग मिल जुलकर रहते आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के सामाजिक ,आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में मसीही समाज का भी अत्यंत महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक योगदान है। कल 25 दिसम्बर को प्रभु यीशु मसीह की जयंती छत्तीसगढ़ में भी क्रिसमस के रूप में उत्साह के साथ मनाई गई । गिरजाघरों में  रंग बिरंगी रोशनी की गई थी। साहित्यकार कुमार लोरिश के अनुसार महान विभूतियों का जीवन दर्शन किसी एक देश या किसी एक समाज के लिए नहीं ,बल्कि सम्पूर्ण मानव समाज के लिए होता है। प्रभु यीशु का जीवन दर्शन भी समूची मानवता के लिए है।  दया ,करुणा , परोपकार और  पीड़ित मानवता की सेवा ही प्रभु यीशु मसीह के जीवन का संदेश है ।उनके  इस महान जीवन दर्शन के अनुरूप मसीही समाज ने छत्तीसगढ़ में भी मानव सेवा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। वर्ष 1897 में छत्तीसगढ़ में प्रथम मिशनरी के रूप में फादर लोर का आगमन हुआ था ,जिन्होंने बिलासपुर जिले के बैतलपुर में कुष्ठ पीड़ितों के लिए सेवाश्रम और अस्पताल खोला था।  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी प्रथम छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान वर्ष 1920 में इस अस्पताल का दौरा किया था और वहाँ के सेवा कार्यो की तारीफ़ की थी।
इसी कड़ी में महासमुंद जिले के जगदीशपुर को भी  लिया जा सकता है ,जहाँ मसीही समाज के सेवा कार्यों  की परम्परा और उसका   इतिहास  लगभग एक सौ साल से भी अधिक पुराना है। साहित्यकार कुमार लोरिश इसी जगदीशपुर के निवासी हैं । वह अपने आलेख में आगे बताते हैं — तत्कालीन समय में इस अत्यंत पिछड़े इलाके में आम जनता को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में मसीही समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वर्तमान में यहाँ समाज द्वारा सौ बिस्तरों के अस्पताल का भी संचालन किया जा रहा है ।  इस जिले का  प्रथम पूर्ण साक्षर ग्राम है जगदीशपुर । लेखक कुमार लोरिश के अनुसार यहाँ मसीही समाज के  चर्च की कहानी लगभग सौ साल पहले तबसे शुरू होती है,जब इस घनघोर जंगल में अमेरिका से आए जनरल कान्फ्रेंस मेनोनाईट चर्च के मिशनरी श्री एवं श्रीमती रेव्ह. शेमूएल टाईसन मोयर्स वर्ष 1920 में  चाम्पा से जगदीशपुर आए थे । उन्होंने तत्कालीन फुलझर जमींदार राजा लाल बहादुर सिंह (वर्तमान बसना विधायक राजा देवेन्द्र बहादुर सिंह के दादाजी)के सौजन्य  से मानव सेवा कार्य प्रारंभ करने के लिए जमीन प्राप्त की थी।। बताते हैं कि तब यहां पर बाघ,चीता जैसे जंगली जानवर  विचरण करते  थे। जगदीशपुर में वर्ष 1923 में सर्वप्रथम मिट्टी के बने गिरजाघर में आराधना होती थी।तत्कालीन  बंगाल प्रान्त  आए बैप्टिस्ट मिशनरियों ने छत्तीसगढ़ के फुलझर क्षेत्र में प्रभु यीशु के जीवन संदेशों  का प्रारम्भिक प्रचार किया था, अतएव कुछ आरम्भिक बैप्टिस्ट क्रिश्चयन इन मिशनरियों के पास आए और उन सबने मिलकर जगदीशपुर क्षेत्र में मिशन के सेवा कार्यो  की बुनियाद  रखी। इन मिशनरियों ने वर्ष 1928 में सेवा भवन अस्पताल की नींव रखी,जो वर्तमान में महासमुंद जिले का नामचीन एवं सर्वसुविधायुक्त अस्पताल है। वर्ष 1950 में यहाँ  गिरजाघर के नए भवन का लोकार्पण हुआ था। बेतेल मेनोनाईट चर्च के नाम से जाने गए इस गिरजाघर का नवीन डिजाईन बनाया गया था। गिरजाघर के निर्माण के समय अमेरिकन मिशनरियों सहित अनेक लोगों ने सहयोग व परिश्रम किया था, उनमें से कई  अब दिवंगत हो चुके हैं।  मिशनरियों ने जगदीशपुर में वर्ष  1930 में प्राथमिक शाला एवं 1939 में मिडिल स्कूल खोला था। वर्ष 1945 में यही स्कूल जेनसन मेमोरियल एग्रीकल्चर हाईस्कूल  के रूप में विकसित किया गया था।



बड़ी खबर – सीआरपीएफ के जवान ने अपने ही साथी को मारी गोली, आत्म हत्या करने के उद्देश्य से खुद पर भी चलाया गोली, एक जवान की मौत

दक्षिणापथ,वेंकटापुरम(तेलंगाना)। बीजापुर जिले की सीमा से लगे तेलंगाना राज्य के मुलगू जिले के वेंकटापुरम स्थित सीआरपीएफ 39 बटालियन के जवान ने साथी जवान को गोली मारने के बाद खुद पर भी गोली चलाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया, इस घटना में आरोपी जवान गम्भीर रूप से घायल बताया जा रहा है ।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुलगू जिले के वेंकटापुरम में स्थित सीआरपीएफ 39 बटालियन के हेड कांस्टेबल स्टीफन ने रविवार 26 दिसम्बर को सुबह 8.30 बजे साथी जवान उमेश चन्द्र को सर्विस रायफल से गोली मारने के बाद आत्म हत्या करने के उद्देश्य से खुद पर भी गोली चलाया । इस घटना में जवान उमेश चन्द्र की मौत हो गई है, वही आरोपी जवान स्टीफन गम्भीर बताया जा रहा है, जिसे उपचार के लिए वेंकटापुरम अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां आरोपी जवान की स्थिति गम्भीर बताई जा रही है । घटना के बाद मुलगू पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और घटना की बारीकी से छान बिन कर रही है, ताकि घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके ।



मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से रिसाली नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों ने की सौजन्य मुलाकात

दक्षिणापथ,रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में रिसाली नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सभी नवनिर्वाचित पार्षदगण को नगरीय निकाय चुनाव में उनकी जीत के लिए बधाई एवँ शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।



तमिलनाडु में विमान यात्रियों के लिए सात दिनों का क्वारंटीन हुआ अनिवार्य

चेन्नई । तमिलनाडु सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के संक्रमण को रोकने की कवायद के तहत सभी विमानयात्रियों के लिए आज से सात दिनों का क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री सुब्रामण्यम ने कहा कि विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी और उनके लिए सात दिनों का क्वारंटीन अनिवार्य है। श्री सुब्रामण्यम ने कहा, दूसरी जांच क्वारंटीन के आठवें दिन की जाएगी और रिपोर्ट के नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें बाहर जाने दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि गैर खतरे वाले देशों से आने वाले यात्रियों की अनियमित जांच को दो फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया गया है। पिछले दो दिनों में तीन हजार से अधिक यात्रियों की जांच की गई, जिसमें 52 यात्री कोविड से संक्रमित पाए गए है। वहीं इस संख्या में 39 यात्रियों में एस-जीन का लक्षण पाए गए है, जोकि ओमीक्रोन वेरिएंट से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि 39 यात्रियों के नमूनों को पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान अनुसंधान भेजा गया है। इसकी लगभग पांच दिनों में रिपोर्ट के आने का अनुमान है।
उल्लेखनीय है पिछले 20 दिनों में जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए 57 नमूनों में से 33 यात्री ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए है। वहीं 24 जांचों के परिणाम आना शेष है। सुब्रमण्यम ने कहा कि राज्य में ओमीक्रोन मामलों में कोई बढ़ोतरी दर्ज नहीं हुई है। इसके मामलों की संख्या 34 पर स्थिर है। राज्य में 15 दिसंबर को पहला मामला दर्ज हुआ था जिसमें दोहा के रास्ते नाइजीरिया से आई 47 वर्षीय महिला संक्रमित पाई गई थी। ओमीक्रोन से संक्रमित 34 मामलों में पांच मरीज इलाज से ठीक होकर छुट्टी मिल चुकी हैं, इसके साथ ही इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। राज्य में कुल 22 लोगों का इलाज चल रहा है।
उन्होंने संक्रमण को रोकने के लिए लोग समाजिक स्थानों, होटलों और रिसोर्ट में नए साल के जश्न को मनाने से बचे और अवसर को परिजनों के साथ कोविड नियमों का पालन करने का आग्रह किया है। उन्होनें कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में 1.5 लाख बिस्तर और 1,400 मैट्रीक टन ऑक्सीजन को तैयार रखा गया है। इसमें शहर के राजीव गांधी सरकारी आम अस्पताल के 2,500 बिस्तर भी शामिल है। मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में 94 लाख लोगों की वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जानी शेष है।