रविवार, 26 दिसंबर 2021

दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र में मुआवजा और क्षतिपूर्ति की राशि दिये बिना और नियम कानून का पालन किये बिना ग्रामीणों के घर तोड़े जा रहे हैं, गृहमंत्री जनता के कानूनी अधिकारों की रक्षा करने में विफल …

 

– पट्टा और आबंटित भूमि को भी अतिक्रमण बताया जा रहा है

दक्षिणापथ, दुर्ग । स्टेट रोड डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा दुर्ग ब्लाक के उतई से खोपली होते हुए मचांदुर तक सड़क का निर्माण चौड़ीकरण किया जा रहा है। लोकनिर्माण विभाग द्वारा नगर पंचायत उतई द्वारा आबंटित भूमि को और जिस भूमि के लिये पंचायत संपत्तिकर की वसूली करती रही है उसे अतिक्रमण की भूमि बताकर बेजा कब्जा हटाने की नोटिस दी गई है। इसी प्रकार खोपली के प्रचलित आबादी के पट्टे की भूमि को भी सरकारी भूमि में अतिक्रमण बताकर बेजा कब्जा हटाने की नोटिस दी गई है। शासन प्रशासन के दबाव में अनेक प्रभावित ग्रामीणों ने अपने निर्माण स्वयं ही तोड़ने लगे हैं। सड़क निर्माण से प्रभावितों ने क्षेत्रीय विधायक और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से भेंटकर मुआवजा और क्षतिपूर्ति की राशि दिलाने की गोहार लगाया किंतु मंत्री ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया।

उतई मचांदुर सड़क निर्माण से प्रभावित ग्रामीणों की बैठक आज खोपली गांव में रखी गई बैठक में छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष एड. राजकुमार गुप्त, मंच के दुर्ग ग्रामीण प्रभारी ढालेश साहू और किसान नेता उत्तम चंद्राकर मार्गदर्शन करने के लिये उपस्थित थे, उन्होंने प्रभावित ग्रामीणों को बताया कि मुख्यमंत्री के पाटन क्षेत्र में सेलूद से रानीतराई सड़क निर्माण में प्रचलित आबादी के पट्टाधारी को भूमि का चार गुना मुआवजा और निर्मित ढांचे के लिये क्षतिपूर्ति की राशि प्रदान की गई है, प्रचलित आबादी क्षेत्र के अंदर कई सालों से कब्जाधारी जिन्हे पट्टा नहीं मिल पाया था को भी ढांचे के लिये क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान किया गया है। एक ही जिले के अलग अलग ब्लाकों में अलग अलग नियम कानून नहीं हो सकता।

मंच के अध्यक्ष राजकुमार गुप्त ने क्षेत्रीय विधायक और मंत्री ताम्रध्वज को निशाने में लेते हुए कहा कि वह अपने क्षेत्र की जनता के कानूनी हितों की रक्षा करने संबंधी अपने दायित्व का निर्वाह करने में विफल रहे हैं। मंच के अध्यक्ष ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा है कि नियम कानूनों का उल्लंघन करके वैध कब्जों से ग्रामीणों को बलपूर्वक बेदखल करने में अधिकारियों और ठेकेदार को मंत्री का वरदहस्त प्राप्त है।

मंच ने सड़क निर्माण से प्रभावित होने वाले ग्रामीणों को भरोसा दिया है कि नियम और कानूनों का पालन किये बिना किसी के भी वैध कब्जे से बेदखल नहीं करने दिया गया।

बैठक में गोपेंद्र, ईश्वर साहू, देवकरण, विश्वनाथ, पूनाराम, दीनबंधु, चंद्रकांत, पीलालाल, चेतनलाल, अशोक कुमार, रामकुमार, सोहनलाल, भगवती प्रसाद, चेलेश्वर, जितेंद्र साहू, फत्तेलाल वर्मा, उमाकांत, डालेश्वर, परसराम, रामचंद्र, के अलावा कांग्रेस के सतीश पारख और भाजपा के माधोप्रसाद साहू भी शामिल थे ।



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