कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। इसको देखते हुए कई देशों की सरकारों ने लॉकडाउन पर विचार करना शुरू कर दिया है। वहीं नीदरलैंड की सरकार ने तो लॉकडाउन लगाने की घोषणा भी कर दी है। इधर अमेरिका और ब्रिटेन में यह बहुत तेजी से फैलने लगा है। विशेषज्ञों ने लोगों को इसे लेकर आगाह करना शुरू कर दिया है।
दक्षिणापथ. दुनियाभर के कई देशों में ओमिक्रॉन का प्रसार तेजी से होने लगा है। ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों में ओमिक्रॉन ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। लोगों में दहशत का माहौल है। इस बीच अमेरिकी विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि डेल्टा वैरिएंट ने अमेरिका में तबाही मचाई थी लेकिन ओमिक्रॉन भी इसी रास्ते में है, यह वैरिएंट भी कई बड़े देशों के लिए खतरा बनता जा रहा है। विशेषज्ञों ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि इससे संक्रमण फैलने की रफ्तार अन्य वैरिएंट से कई गुना ज्यादा है। यही एकमात्र कारण है जो इसे ज्यादा खतरनाक बनाता है।
लोग अभी पुराने हालात से संभल नहीं पाए हैं: विशेषज्ञ
ओमिक्रॉन से लड़ने के लिए बूस्टर शॉट्स की वकालत करते हुए, एक कार्डियोलॉजिस्ट और स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के संस्थापक, डॉ एरिक टोपोल ने सीएनबीसी को बताया कि अमेरिकी नागरिक अभी भी पुराने हालात से संभल नहीं पाए हैं, अगर ओमिक्रॉन तेजी से फैलने लगा तो तबाही मचा सकता है। कई लोगों की जिंदगी खत्म हो जाएगी।
लोगों को बूस्टर डोज की जरूरत: विशेषज्ञ
डॉ एरिक टोपोल ने पिछले हफ्ते सीएनबीसी को बताया कि हम अमेरिकी जनता को खतरा से बाहर निकालने की की जरूरत से पीछे हैं। उन्होंने कहा कि पूरी तरह से टीकाकरण का मतलब दो के बजाय तीन शॉट होना चाहिए। लोगों को बूस्टर डोज की बहुत जरूरत है। इसपर जल्द से जल्द अमल में लाना चाहिए।
डॉ. फाउसी ने कहा- अभी ओमिक्रॉन की गंभीरता पर बात करना जल्दबाजी
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के शीर्ष चिकित्सा सलाहकार डॉ एंथनी फाउसी ने कहा है कि ओमिक्रॉन की गंभीरता पर बहुत अधिक डरने की जरूरत नहीं है लेकिन सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका का हवाला देते हुए कहा कि फिलहाल यहां अस्पताल में भर्ती होने का अनुपात डेल्टा की तुलना में कम है। यह व्यापक पिछले संक्रमणों से अंतर्निहित प्रतिरक्षा के कारण हो सकता है।
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